भोजपुरी
में शायरी💚
जे मुहँ पर कईल बड़ाई
जाके पीठ पीछे गरियावल
ऊ भईल नयनन के तारा
गईल सिर माथे बैठावल
हम मुहँ पर कईनी बुराई
एहिसे बाऊर हो गईनी
हमरा ना आइल ई रास
देखी सत्यानाश बन के केहू के खास
धन्य बानी कलयुग महाराज
अब कायल हम राऊर हो गईनी
हम मुहँ पर कईनी बुराई
एहिसे बाऊर हो गईनी
भोजपुरी शायर –रंजीत मद्धेशिया
पावानगर ,कुशीनगर
Comments
Post a Comment