शायरी on August 05, 2023 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps 💜 कभी जान ,कभी माशूका , कभी महबूब लिखता हूँ सनम की याद में खो जाऊं , तो शायरियां खूब लिखता हूँ || 💗 जो है पसंद मुझे हर हाल वही चाहिए होंगे उससे भी बेहतर इस जहां में हमें ....नहीं चाहिए || 💖 शायर -रंजीत मद्धेशिया 💖 Comments AnonymousAugust 5, 2023 at 9:03 AMये भी ठीक हैं गुरु🤗ReplyDeleteRepliesReplyAdd commentLoad more... Post a Comment
ये भी ठीक हैं गुरु🤗
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